EN اردو
मीर तक़ी मीर शायरी | शाही शायरी

मीर तक़ी मीर शेर

120 शेर

'मीर' साहब तुम फ़रिश्ता हो तो हो
आदमी होना तो मुश्किल है मियाँ

मीर तक़ी मीर




'मीर' उन नीम-बाज़ आँखों में
सारी मस्ती शराब की सी है

मीर तक़ी मीर




मिरे सलीक़े से मेरी निभी मोहब्बत में
तमाम उम्र मैं नाकामियों से काम लिया

in my own way I have dealt with love you see
all my life I made my failures work for me

मीर तक़ी मीर