सब की नज़रों में हो साक़ी ये ज़रूरी है मगर
सब पे साक़ी की नज़र हो ये ज़रूरी तो नहीं
Each person surely seeks her favour, but
Each person be in her intent, it need not be
ख़ामोश ग़ाज़ीपुरी
शैख़ करता तो है मस्जिद में ख़ुदा को सज्दे
उस के सज्दों में असर हो ये ज़रूरी तो नहीं
In mosques the priest does often kneel and pray
That to his pleading God consent, it need not be
ख़ामोश ग़ाज़ीपुरी
आज नागाह हम किसी से मिले
बा'द मुद्दत के ज़िंदगी से मिले
today I chanced on someone unexpectedly
it was after ages life was face to face with me
ख़ुमार बाराबंकवी
हद से बढ़े जो इल्म तो है जहल दोस्तो
सब कुछ जो जानते हैं वो कुछ जानते नहीं
knowledge, friends, is poisonous, if its in excess
those who, say, know everything, no knowledge do possess
ख़ुमार बाराबंकवी
हैरत है तुम को देख के मस्जिद में ऐ 'ख़ुमार'
क्या बात हो गई जो ख़ुदा याद आ गया
to see you in the mosque KHumaar, is rather strange and odd
what calamity occurred that now you think of God?
ख़ुमार बाराबंकवी
हम भी कर लें जो रौशनी घर में
फिर अंधेरे कहाँ क़याम करें
if I light up my house then say
where will this darkness go and stay
ख़ुमार बाराबंकवी
इक गुज़ारिश है हज़रत-ए-नासेह
आप अब और कोई काम करें
O preacher just one supplication
please find an alternate vocation
ख़ुमार बाराबंकवी