इक रात दिल-जलों को ये ऐश-विसाल दे
फिर चाहे आसमान जहन्नम में डाल दे
just one night give these deprived the joy of company
thereafter if you wish merge paradise and purgatory
जलाल लखनवी
जिस ने कुछ एहसाँ किया इक बोझ सर पर रख दिया
सर से तिनका क्या उतारा सर पे छप्पर रख दिया
anyone who did a favour placed a burden on my head
removed a straw from over me, and placed a mountain instead
जलाल लखनवी
न ख़ौफ़-ए-आह बुतों को न डर है नालों का
बड़ा कलेजा है इन दिल दुखाने वालों का
unafraid of soullful sighs, undaunted by the cries
these who break peoples hearts,
जलाल लखनवी
सारी दुनिया के रंज-ओ-ग़म दे कर
मुस्कुराने की बात करते हो
after giving me a world of pain
smiling then you ask me to remain
जावेद क़ुरैशी
आदमी आदमी से मिलता है
दिल मगर कम किसी से मिलता है
People meet each other, fairly frequently
But, meeting of hearts, seldom does one see
जिगर मुरादाबादी
दर्द ओ ग़म दिल की तबीअत बन गए
अब यहाँ आराम ही आराम है
the heart is accustomed to sorrow and pain
in lasting comfort now I can remain
जिगर मुरादाबादी
गुदाज़-ए-इश्क़ नहीं कम जो मैं जवाँ न रहा
वही है आग मगर आग में धुआँ न रहा
no longer am I young, love's passion still remains
the fire as yet burns, no smoke tho it contains
जिगर मुरादाबादी