तुम्हारे दर्द से ले कर हमारे आँसू तक
बड़ी तवील कहानी है आग पानी की
शकील आज़मी
ज़मीन ले के वो आए तो घर बनाया जाए
खड़े हैं देर से हम लोग ईंट गारे लिए
शकील आज़मी
ज़मीन ले के वो आए तो घर बनाया जाए
खड़े हैं देर से हम लोग ईंट गारे लिए
शकील आज़मी
आप जो कुछ कहें हमें मंज़ूर
नेक बंदे ख़ुदा से डरते हैं
शकील बदायुनी
अब तो ख़ुशी का ग़म है न ग़म की ख़ुशी मुझे
बे-हिस बना चुकी है बहुत ज़िंदगी मुझे
शकील बदायुनी
अपनों ने नज़र फेरी तो दिल तू ने दिया साथ
दुनिया में कोई दोस्त मिरे काम तो आया
शकील बदायुनी
बात जब है ग़म के मारों को जिला दे ऐ 'शकील'
तू ये ज़िंदा मय्यतें मिट्टी में दाब आया तो क्या
शकील बदायुनी