कौन सी बात नई ऐ दिल-ए-नाकाम हुई
शाम से सुब्ह हुई सुब्ह से फिर शाम हुई
o luckless heart what was new today you tell me pray
day first turned into night, then night turned into day
शाद अज़ीमाबादी
ख़मोशी से मुसीबत और भी संगीन होती है
तड़प ऐ दिल तड़पने से ज़रा तस्कीन होती है
silence only intensifies one's grief
cry out heart and you will find relief
शाद अज़ीमाबादी
लहद में क्यूँ न जाऊँ मुँह छुपाए
भरी महफ़िल से उठवाया गया हूँ
why should I not be interred with a covered face
I have been cast from her presence in such disgrace
शाद अज़ीमाबादी
जवानी से ज़ियादा वक़्त-ए-पीरी जोश होता है
भड़कता है चराग़-ए-सुब्ह जब ख़ामोश होता है
passion runneth stronger in dotage than in youth
the flame flickers burning brighter ere it dies forsooth
शाद लखनवी
जवानी से ज़ियादा वक़्त-ए-पीरी जोश होता है
भड़कता है चराग़-ए-सुब्ह जब ख़ामोश होता है
passion runneth stronger in dotage than in youth
the flame flickers burning brighter ere it dies forsooth
शाद लखनवी
चलो यूँ ही सही हम बेवफ़ा हैं
मगर ये तो बताएँ आप क्या हैं
I'm faithless, well, if so you say
but what are you? Do tell me pray
शहबाज़ नदीम ज़ियाई
चलो यूँ ही सही हम बेवफ़ा हैं
मगर ये तो बताएँ आप क्या हैं
I'm faithless, well, if so you say
but what are you? Do tell me pray
शहबाज़ नदीम ज़ियाई