तिरी तलाश तो क्या तेरी आस भी न रहे
अजब नहीं कि किसी दिन ये प्यास भी न रहे
शहज़ाद अहमद
टैग:
| 2 लाइन शायरी |
| 2 लाइन शायरी |
तिरी तलाश तो क्या तेरी आस भी न रहे
अजब नहीं कि किसी दिन ये प्यास भी न रहे
शहज़ाद अहमद
टैग:
| 2 लाइन शायरी |
| 2 लाइन शायरी |
तुझ में कस-बल है तो दुनिया को बहा कर ले जा
चाय की प्याली में तूफ़ान उठाता क्या है
शहज़ाद अहमद
टैग:
| 2 लाइन शायरी |
तुम ही क्या जज़्ब हो गए मुझ में
नाम लेता हूँ बार बार अपना
शहज़ाद अहमद
टैग:
| 2 लाइन शायरी |
| 2 लाइन शायरी |
तुम ही क्या जज़्ब हो गए मुझ में
नाम लेता हूँ बार बार अपना
शहज़ाद अहमद
टैग:
| 2 लाइन शायरी |
| 2 लाइन शायरी |
तुम कहे जाते हो ऐसी फ़स्ल-ए-गुल आई नहीं
और अगर मैं ये कहूँ सौ बार ऐसा हो चुका
शहज़ाद अहमद
टैग:
| 2 लाइन शायरी |
तुम्हारी आँख में कैफ़िय्यत-ए-ख़ुमार तो है
शराब का न सही नींद का असर ही सही
शहज़ाद अहमद