EN اردو
जौन एलिया शायरी | शाही शायरी

जौन एलिया शेर

159 शेर

क्या है जो बदल गई है दुनिया
मैं भी तो बहुत बदल गया हूँ

जौन एलिया




क्या हुए सूरत-निगाराँ ख़्वाब के
ख़्वाब के सूरत-निगाराँ क्या हुए

जौन एलिया




क्या कहा इश्क़ जावेदानी है!
आख़िरी बार मिल रही हो क्या

जौन एलिया




मैं इस दीवार पर चढ़ तो गया था
उतारे कौन अब दीवार पर से

जौन एलिया




मैं ले के दिल के रिश्ते घर से निकल चुका हूँ
दीवार-ओ-दर के रिश्ते दीवार-ओ-दर में होंगे

जौन एलिया




मैं कहूँ किस तरह ये बात उस से
तुझ को जानम मुझी ख़तरा है

जौन एलिया




मैं जुर्म का ए'तिराफ़ कर के
कुछ और है जो छुपा गया हूँ

जौन एलिया




मैं जो हूँ 'जौन-एलिया' हूँ जनाब
इस का बेहद लिहाज़ कीजिएगा

जौन एलिया




मैं भी बहुत अजीब हूँ इतना अजीब हूँ कि बस
ख़ुद को तबाह कर लिया और मलाल भी नहीं

जौन एलिया