ये पैहम तल्ख़-कामी सी रही क्या
मोहब्बत ज़हर खा कर आई थी क्या
जौन एलिया
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ये वार कर गया है पहलू से कौन मुझ पर
था मैं ही दाएँ बाएँ और मैं ही दरमियाँ था
जौन एलिया
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यूँ जो तकता है आसमान को तू
कोई रहता है आसमान में क्या
जौन एलिया
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ज़िंदगी एक फ़न है लम्हों को
अपने अंदाज़ से गँवाने का
जौन एलिया
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ज़िंदगी किस तरह बसर होगी
दिल नहीं लग रहा मोहब्बत में
जौन एलिया
ज़िंदगी क्या है इक कहानी है
ये कहानी नहीं सुनानी है
जौन एलिया
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