आप के होते किसी और को चाहूँ तौबा
किस तरफ़ ध्यान है क्या आप ये फ़रमाते हैं
लाला माधव राम जौहर
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शिकस्त-ए-तौबा की तम्हीद है तिरी तौबा
ज़बाँ पे तौबा 'मुबारक' निगाह साग़र पर
मुबारक अज़ीमाबादी
तौबा की रिंदों में गुंजाइश कहाँ
जब ये आएगी निकाली जाएगी
मुबारक अज़ीमाबादी
इतनी पी है कि ब'अद-ए-तौबा भी
बे-पिए बे-ख़ुदी सी रहती है
रियाज़ ख़ैराबादी
जाम है तौबा-शिकन तौबा मिरी जाम-शिकन
सामने ढेर हैं टूटे हुए पैमानों के
रियाज़ ख़ैराबादी
उन के रुख़्सार पे ढलके हुए आँसू तौबा
मैं ने शबनम को भी शोलों पे मचलते देखा
साहिर लुधियानवी
हाए 'सीमाब' उस की मजबूरी
जिस ने की हो शबाब में तौबा
सीमाब अकबराबादी