हम से मय-कश जो तौबा कर बैठें
फिर ये कार-ए-सवाब कौन करे
शकील बदायुनी
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तर्क-ए-मय ही समझ इसे नासेह
इतनी पी है कि पी नहीं जाती
शकील बदायुनी
16 शेर
हम से मय-कश जो तौबा कर बैठें
फिर ये कार-ए-सवाब कौन करे
शकील बदायुनी
तर्क-ए-मय ही समझ इसे नासेह
इतनी पी है कि पी नहीं जाती
शकील बदायुनी