वो मजबूरी मौत है जिस में कासे को बुनियाद मिले
प्यास की शिद्दत जब बढ़ती है डर लगता है पानी से
मोहसिन असरार
कितने दिनों के प्यासे होंगे यारो सोचो तो
शबनम का क़तरा भी जिन को दरिया लगता है
those people have been parched for many many years
to whom even a drop of dew an ocean appears
क़ैसर-उल जाफ़री
बहुत ग़ुरूर है दरिया को अपने होने पर
जो मेरी प्यास से उलझे तो धज्जियाँ उड़ जाएँ
राहत इंदौरी
प्यास बढ़ती जा रही है बहता दरिया देख कर
भागती जाती हैं लहरें ये तमाशा देख कर
साक़ी फ़ारुक़ी
साक़ी मुझे ख़ुमार सताए है ला शराब
मरता हूँ तिश्नगी से ऐ ज़ालिम पिला शराब
शैख़ ज़हूरूद्दीन हातिम
ऐसी प्यास और ऐसा सब्र
दरिया पानी पानी है
विकास शर्मा राज़