जिसे देखो ग़ज़ल पहने हुए है
बहुत सस्ता ये ज़ेवर वो गया है
विकास शर्मा राज़
टैग:
| 2 लाइन शायरी |
कौन तहलील हुआ है मुझ में
मुंतशिर क्यूँ हैं अनासिर मेरे
विकास शर्मा राज़
टैग:
| 2 लाइन शायरी |
लफ़्ज़ की क़ैद-ओ-रिहाई का हुनर
काम आ ही गया आख़िर मेरे
विकास शर्मा राज़
टैग:
| 2 लाइन शायरी |
| 2 लाइन शायरी |
लफ़्ज़ की क़ैद-ओ-रिहाई का हुनर
काम आ ही गया आख़िर मेरे
विकास शर्मा राज़
टैग:
| 2 लाइन शायरी |
| 2 लाइन शायरी |
मैं तो किसी जुलूस में गया नहीं
मिरा मकान क्यूँ जला दिया गया
विकास शर्मा राज़
टैग:
| 2 लाइन शायरी |
में अदम की पनाह-गाह में हूँ
छू भी सकती नहीं हयात मुझे
विकास शर्मा राज़
टैग:
| 2 लाइन शायरी |
| 2 लाइन शायरी |
में अदम की पनाह-गाह में हूँ
छू भी सकती नहीं हयात मुझे
विकास शर्मा राज़
टैग:
| 2 लाइन शायरी |
| 2 लाइन शायरी |