इक बीमार वसीयत करने वाला है
रिश्ते नाते जीभ निकाले बैठे हैं
शकील जमाली
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इक बीमार वसिय्यत करने वाला है
रिश्ते-नाते जीभ निकाले बैठे हैं
शकील जमाली
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इक बीमार वसिय्यत करने वाला है
रिश्ते-नाते जीभ निकाले बैठे हैं
शकील जमाली
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झूट में शक की कम गुंजाइश हो सकती है
सच को जब चाहो झुठलाया जा सकता है
शकील जमाली
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किन ज़मीनों पे उतारोगे इमदाद का क़हर
कौन सा शहर उजाड़ोगे बसाने के लिए
शकील जमाली
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किन ज़मीनों पे उतारोगे इमदाद का क़हर
कौन सा शहर उजाड़ोगे बसाने के लिए
शकील जमाली
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कोई स्कूल की घंटी बजा दे
ये बच्चा मुस्कुराना चाहता है
शकील जमाली
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