लुत्फ़ आराम का तू क्या जाने
कभी ऐ वक़्त ठहर मेरे साथ
हस्तीमल हस्ती
मुझ से जल्दी हार कर मेरा हरीफ़
जीतने का लुत्फ़ सारा ले गया
हस्तीमल हस्ती
प्यार का पहला ख़त लिखने में वक़्त तो लगता है
नए परिंदों को उड़ने में वक़्त तो लगता है
हस्तीमल हस्ती
राहत रोटी आसरा नींदें दवा क़मीज़
आज मोहब्बत भी हुई सपनों वाली चीज़
हस्तीमल हस्ती
तेरी बीनाई किसी दिन छीन लेगा देखना
देर तक रहना तिरा ये आइनों के दरमियाँ
हस्तीमल हस्ती
वो जो क़िस्से में था शामिल वही कहता है मुझे
मुझ को मालूम नहीं यार ये क़िस्सा क्या है
हस्तीमल हस्ती
ये तजरबा हुआ है मोहब्बत की राह में
खो कर मिला जो हम को वो पा कर नहीं मिला
हस्तीमल हस्ती