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वहीद क़ुरैशी शायरी | शाही शायरी

वहीद क़ुरैशी शेर

3 शेर

हम आज राह-ए-तमन्ना में जी को हार आए
न दर्द-ओ-ग़म का भरोसा रहा न दुनिया का

वहीद क़ुरैशी




पहुँच गए हैं हम ऐसे दयार में कि 'वहीद'
जहाँ गुनाह तो लाज़िम है नेकियाँ बर्बाद

वहीद क़ुरैशी




'वहीद' कार-ए-सियासत है कार-ए-बे-काराँ
ज़बाँ को रोक लो क़ाएम रहे अदब का वक़ार

वहीद क़ुरैशी