घर जल रहा था सब के लबों पर धुआँ सा था
किस किस पे क्या हुआ था ग़ज़ब बोलने न पाए
अलीम सबा नवेदी
टैग:
| 2 लाइन शायरी |
लहू की सूखी हुई झील में उतर कर यूँ
तलाश किस को वो करता रहा मिरे अंदर
अलीम सबा नवेदी
टैग:
| 2 लाइन शायरी |
मैं फिर रहा हूँ शहर में सड़कों पे ग़ालिबन
आवाज़ दे के मुझ को मिरा घर पुकार ले
अलीम सबा नवेदी
टैग:
| 2 लाइन शायरी |