हर टूटे हुए दिल की ढारस है तिरा वअ'दा 
जुड़ते हैं इसी मय से दरके हुए पैमाने
आरज़ू लखनवी
    टैग: 
            | वाडा   |
            | 2 लाइन शायरी   |
    
                                फिर चाहे तो न आना ओ आन बान वाले 
झूटा ही वअ'दा कर ले सच्ची ज़बान वाले
आरज़ू लखनवी
    टैग: 
            | वाडा   |
            | 2 लाइन शायरी   |
    
                                देखिए अहद-ए-वफ़ा अच्छा नहीं 
मरना जीना साथ का हो जाएगा
असद भोपाली
    टैग: 
            | वाडा   |
            | 2 लाइन शायरी   |
    
                                भूलने वाले को शायद याद वादा आ गया 
मुझ को देखा मुस्कुराया ख़ुद-ब-ख़ुद शरमा गया
असर लखनवी
    टैग: 
            | वाडा   |
            | 2 लाइन शायरी   |
    
                                झूटे वादों पर थी अपनी ज़िंदगी 
अब तो वो भी आसरा जाता रहा
अज़ीज़ लखनवी
तुझ को देखा तिरे वादे देखे 
ऊँची दीवार के लम्बे साए
बाक़ी सिद्दीक़ी
    टैग: 
            | वाडा   |
            | 2 लाइन शायरी   |
    
                                सवाल-ए-वस्ल पर कुछ सोच कर उस ने कहा मुझ से 
अभी वादा तो कर सकते नहीं हैं हम मगर देखो
बेख़ुद देहलवी

