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खुदा शायरी | शाही शायरी

खुदा

73 शेर

देख छोटों को है अल्लाह बड़ाई देता
आसमाँ आँख के तिल में है दिखाई देता

even to tiny creatures God greatness does provide
in the pupil of the eye skies can be espied

शेख़ इब्राहीम ज़ौक़




सामने है जो उसे लोग बुरा कहते हैं
जिस को देखा ही नहीं उस को ख़ुदा कहते हैं

सुदर्शन फ़ाख़िर




गुल ग़ुंचे आफ़्ताब शफ़क़ चाँद कहकशाँ
ऐसी कोई भी चीज़ नहीं जिस में तू न हो

वाहिद प्रेमी