हम छनालों की छोड़ दी यारी
नफ़्स को मार कर क्या मुर्दा
शैख़ ज़हूरूद्दीन हातिम
हम छनालों की छोड़ दी यारी
नफ़्स को मार कर क्या मुर्दा
शैख़ ज़हूरूद्दीन हातिम
हम सीं मस्तों को बस है तेरी निगाह
सुब्ह उठ कर ख़ुमार की ख़ातिर
शैख़ ज़हूरूद्दीन हातिम
हम तिरी राह में जूँ नक़्श-ए-क़दम बैठे हैं
तू तग़ाफ़ुल किए ऐ यार चला जाता है
शैख़ ज़हूरूद्दीन हातिम
हम तिरी राह में जूँ नक़्श-ए-क़दम बैठे हैं
तू तग़ाफ़ुल किए ऐ यार चला जाता है
शैख़ ज़हूरूद्दीन हातिम
हमारी अक़्ल-ए-बे-तदबीर पर तदबीर हँसती है
अगर तदबीर हम करते हैं तो तक़दीर हँसती है
शैख़ ज़हूरूद्दीन हातिम
हमारी गुफ़्तुगू सब से जुदा है
हमारे सब सुख़न हैं बाँकपन के
शैख़ ज़हूरूद्दीन हातिम