तौबा की रिंदों में गुंजाइश कहाँ
जब ये आएगी निकाली जाएगी
मुबारक अज़ीमाबादी
रिंदों को पाबंदी-ए-दुनिया कहाँ
कश्ती-ए-मय को नहीं लंगर की चाह
मुनीर शिकोहाबादी
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तौबा की रिंदों में गुंजाइश कहाँ
जब ये आएगी निकाली जाएगी
मुबारक अज़ीमाबादी
रिंदों को पाबंदी-ए-दुनिया कहाँ
कश्ती-ए-मय को नहीं लंगर की चाह
मुनीर शिकोहाबादी