EN اردو
जवानी शायरी | शाही शायरी

जवानी

50 शेर

तलातुम आरज़ू में है न तूफ़ाँ जुस्तुजू में है
जवानी का गुज़र जाना है दरिया का उतर जाना

तिलोकचंद महरूम