आप की ज़िद ने मुझे और पिलाई हज़रत
शैख़-जी इतनी नसीहत भी बुरी होती है
हसन बरेलवी
टैग:
| 2 लाइन शायरी |
19 शेर
आप की ज़िद ने मुझे और पिलाई हज़रत
शैख़-जी इतनी नसीहत भी बुरी होती है
हसन बरेलवी