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भारत भूषण पन्त शायरी | शाही शायरी

भारत भूषण पन्त शेर

37 शेर

कहीं जैसे मैं कोई चीज़ रख कर भूल जाता हूँ
पहन लेता हूँ जब दस्तार तो सर भूल जाता हूँ

भारत भूषण पन्त