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बलवान सिंह आज़र शायरी | शाही शायरी

बलवान सिंह आज़र शेर

11 शेर

पूछना चाँद का पता 'आज़र'
जब अकेले में रात मिल जाए

बलवान सिंह आज़र




तू भले मेरा ए'तिबार न कर
ज़िंदगी मैं तिरे कहे में हूँ

बलवान सिंह आज़र