किधर को जाऊँ हवाओं की क़ैद से छुट कर
ज़मीन तंग हुई और रास्ता ग़ाएब
नदीम गोयाई
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तू पानियों में ज़रा ऐसे हाथ पाँव न मार
निकलना दूर रहा और डूब जाएगा कुछ
नदीम गोयाई
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