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नदीम गोयाई शायरी | शाही शायरी

नदीम गोयाई शेर

2 शेर

किधर को जाऊँ हवाओं की क़ैद से छुट कर
ज़मीन तंग हुई और रास्ता ग़ाएब

नदीम गोयाई




तू पानियों में ज़रा ऐसे हाथ पाँव न मार
निकलना दूर रहा और डूब जाएगा कुछ

नदीम गोयाई