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कृष्ण गोपाल मग़मूम शायरी | शाही शायरी

कृष्ण गोपाल मग़मूम शेर

2 शेर

ग़म हुआ मेरी ज़िंदगी का मदार
इस क़दर ग़म का एहतिराम किया

कृष्ण गोपाल मग़मूम




मेरी आँखों में किसी ने नहीं देखे आँसू
फिर भी ये सच है कि गिर्यां हूँ हमेशा की तरह

कृष्ण गोपाल मग़मूम