EN اردو
ख़ान आरज़ू सिराजुद्दीन अली शायरी | शाही शायरी

ख़ान आरज़ू सिराजुद्दीन अली शेर

2 शेर

अबस दिल बे-कसी पे अपनी अपनी हर वक़्त रोता है
न कर ग़म ऐ दिवाने इश्क़ में ऐसा ही होता है

ख़ान आरज़ू सिराजुद्दीन अली




जान तुझ पर कुछ ए'तिमाद नहीं
ज़िंदगानी का क्या भरोसा है

ख़ान आरज़ू सिराजुद्दीन अली