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ख़लील रामपुरी शायरी | शाही शायरी

ख़लील रामपुरी शेर

2 शेर

गर्मी बहुत है आज खुला रख मकान को
उस की गली से रात को पुर्वाई आएगी

ख़लील रामपुरी




गर्मी बहुत है आज खुला रख मकान को
उस की गली से रात को पुर्वाई आएगी

ख़लील रामपुरी