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अंजना संधीर शायरी | शाही शायरी

अंजना संधीर शेर

3 शेर

हर इक को नहीं होता इरफ़ान मोहब्बत का
हर इक को मोहब्बत की जागीर नहीं मिलती

अंजना संधीर




पंजाब को देखो तो इक आग का दरिया है
कश्मीर में जन्नत की तस्वीर नहीं मिलती

अंजना संधीर




वो मेरी राह में पत्थर की तरह रहता है
वो मेरी राह से पत्थर हटा भी देता है

अंजना संधीर