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सुनते हैं जो हम दश्त में पानी की कहानी | शाही शायरी
sunte hain jo hum dasht mein pani ki kahani

ग़ज़ल

सुनते हैं जो हम दश्त में पानी की कहानी

ज़ुल्फ़िक़ार आदिल

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सुनते हैं जो हम दश्त में पानी की कहानी
आज़ार का आज़ार कहानी की कहानी

दरिया तो कहीं ब'अद में दरयाफ़्त हुए हैं
आग़ाज़ हुई दिल से रवानी की कहानी

सुनता हो अगर कोई तो 'आदिल' वो दर-ओ-बाम
कहते हैं मिरी नक़्ल-ए-मकानी की कहानी