EN اردو
इक़बाल अशहर शायरी | शाही शायरी

इक़बाल अशहर शेर

20 शेर

'अशहर' बहुत सी पत्तियाँ शाख़ों से छिन गईं
तफ़्सीर क्या करें कि हवा तेज़ अब भी है

इक़बाल अशहर




आरज़ू है सूरज को आइना दिखाने की
रौशनी की सोहबत में एक दिन गुज़ारा है

इक़बाल अशहर