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हसन नईम शायरी | शाही शायरी

हसन नईम शेर

28 शेर

ऐ सबा मैं भी था आशुफ़्ता-सरों में यकता
पूछना दिल्ली की गलियों से मिरा नाम कभी

हसन नईम