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अलीम अख़्तर शायरी | शाही शायरी

अलीम अख़्तर शेर

10 शेर

ये और बात कि इक़रार कर सकें न कभी
मिरी वफ़ा का मगर उन को ए'तिबार तो है

अलीम अख़्तर