EN اردو
अख़्तर होशियारपुरी शायरी | शाही शायरी

अख़्तर होशियारपुरी शेर

46 शेर

मैं ने जो ख़्वाब अभी देखा नहीं है 'अख़्तर'
मेरा हर ख़्वाब उसी ख़्वाब की ताबीर भी है

अख़्तर होशियारपुरी