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तनवीर मोनिस शायरी | शाही शायरी

तनवीर मोनिस शेर

2 शेर

कई लोग मोरचा-बंद ख़ौफ़ की रेत में हैं करम करम
तिरे हाथ में ये जो संग है किसी सम्त उस को उछाल भी

तनवीर मोनिस




रिदा-ए-संग ओढ़ कर न सो गया हो काँच भी
हरीम-ए-ज़ख़्म लाज़मी है ख़ैर-ओ-शर की जाँच भी

तनवीर मोनिस