घड़ी घड़ी न इधर देखिए कि दिल पे मुझे
है इख़्तियार पर इतना भी इख़्तियार नहीं
नियाज़ फ़तेहपुरी
टैग:
| 2 लाइन शायरी |
मैं अब तो ऐ जुनूँ तिरे हाथों से तंग हूँ
लाऊँ कहाँ से रोज़ गरेबाँ नए नए
नियाज़ फ़तेहपुरी
टैग:
| 2 लाइन शायरी |
न दुनिया का हूँ मैं न कुछ फ़िक्र दीं का
मोहब्बत ने रक्खा न मुझ को कहीं का
नियाज़ फ़तेहपुरी
टैग:
| 2 लाइन शायरी |
तुम तो ठुकरा कर गुज़र जाओ तुम्हें टोकेगा कौन
मैं पड़ा हूँ राह में तो क्या तुम्हारा जाएगा
नियाज़ फ़तेहपुरी
टैग:
| 2 लाइन शायरी |