मैं रुक गया चढ़ी हुई नद्दी के सामने
कुछ वक़्त मेरे पास था बरसात के लिए
नसीम अब्बासी
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मैं रुक गया चढ़ी हुई नद्दी के सामने
कुछ वक़्त मेरे पास था बरसात के लिए
नसीम अब्बासी