EN اردو
मुईन नजमी शायरी | शाही शायरी

मुईन नजमी शेर

1 शेर

कुछ कमाया नहीं बाज़ार-ए-ख़बर में रह कर
बंद दुक्कान करें बे-ख़बरी पेशा करें

मुईन नजमी