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मक़बूल हुसैन सय्यद कर्नल शायरी | शाही शायरी

मक़बूल हुसैन सय्यद कर्नल शेर

1 शेर

तेरी क़ुर्बत में ये परदेस से आया हुआ शख़्स
छोड़ कर तुझ को कहीं और भी जा सकता है

मक़बूल हुसैन सय्यद कर्नल