अच्छी क़िस्मत अच्छा मौसम अच्छे लोग
फिर भी दिल घबरा जाता है बाज़ औक़ात
मंज़र नक़वी
टैग:
| 2 लाइन शायरी |
उस के अस्बाब से निकला है परेशाँ काग़ज़
बात इतनी थी मगर ख़ूब उछाली हम ने
मंज़र नक़वी
टैग:
| 2 लाइन शायरी |