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महावीर उत्तरांचली शायरी | शाही शायरी

महावीर उत्तरांचली शेर

4 शेर

है मुश्किल दौर सूखी रोटियाँ भी दूर हैं हम से
मज़े से तुम कभी काजू कभी किशमिश चबाते हो

महावीर उत्तरांचली




काश होता मज़ा कहानी में
दिल मिरा बुझ गया जवानी में

महावीर उत्तरांचली




सिर्फ़ नुक़सान होता है यारो
लाभ तकरार से नहीं होता

महावीर उत्तरांचली




ये कड़वा सच है यारों मुफ़्लिसी का
यहाँ हर आँख में हैं टूटे सपने

महावीर उत्तरांचली