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महावीर परशाद अंजुम शायरी | शाही शायरी

महावीर परशाद अंजुम शेर

1 शेर

फ़ना ही का है बक़ा नाम दूसरा 'अंजुम'
नफ़स की आमद-ओ-शुद मौत का तराना है

महावीर परशाद अंजुम