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हामिद सलीम शायरी | शाही शायरी

हामिद सलीम शेर

1 शेर

बे-वजह भी देखा है परेशाँ तुम्हें 'हामिद'
दीवाने भी लगते नहीं आशिक़ भी नहीं हो

हामिद सलीम