गुफ़्तुगू किसी से हो तेरा ध्यान रहता है
टूट टूट जाता है सिलसिला तकल्लुम का
फ़रीद जावेद
टैग:
| 2 लाइन शायरी |
हमें भी अपनी तबाही पे रंज होता है
हमारे हाल-ए-परेशाँ पे मुस्कुराओ नहीं
फ़रीद जावेद
टैग:
| 2 लाइन शायरी |
तरब का रंग मोहब्बत की लौ नहीं देता
तरब के रंग में कुछ दर्द भी समो लें आज
फ़रीद जावेद
टैग:
| 2 लाइन शायरी |