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अज़ीज़ एजाज़ शायरी | शाही शायरी

अज़ीज़ एजाज़ शेर

2 शेर

हर एक के चेहरे पे है तशवीश नुमायाँ
बैठे हैं मसीहा तिरे बीमार से लग कर

अज़ीज़ एजाज़




जैसे कोई रोता है गले प्यार से लग कर
कल रात मैं रोया तिरी दीवार से लग कर

अज़ीज़ एजाज़