EN اردو
आज़म चिश्ती शायरी | शाही शायरी

आज़म चिश्ती शेर

1 शेर

इस तरह फूँक मेरा गुलिस्तान-ए-आरज़ू
फिर कोई तेरे बाद इसे वीराँ न कर सके

आज़म चिश्ती