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ज़ख़्म | शाही शायरी
zaKHm

नज़्म

ज़ख़्म

फ़रहत एहसास

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जब तक
तुम्हारे चेहरे पर

ख़ून की रवानी है
मेरी आँखों के ज़ख़्म

ताज़ा रहेंगे