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सूर-ए-इस्राफ़ील | शाही शायरी
sur-e-israfil

नज़्म

सूर-ए-इस्राफ़ील

मुज़फ़्फ़र हनफ़ी

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अब तो बिस्तर को जल्दी से तह कर चुको
लुक़्मा हाथों में है तो उसे फेंक दो

अपने बच्चों की जानिब से मुँह फेर लो
इस घड़ी बीवियों की न पर्वा करो

राह में दोस्तों की नज़र से बचो
इस से पहले कि तामील में देर हो

सायरन बज रहा है चलो दोस्तो!