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सड़क-छाप | शाही शायरी
saDak-chhap

नज़्म

सड़क-छाप

सिदरा सहर इमरान

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पोलियो के क़तरे पीने से
भिकारियों की बंदर-बाँट में कैसे कमी आ सकती है?

जबकि
गदागरों के रूहानी पेशवा

इश्तिहार देते हैं
कि उन्हें

बग़ैर हाथ पाँव वाले लोगों की
अशद ज़रूरत है

और मुझे
हँसी आती है

उन मर जाने वालों पर
जो वैक्सीनों में भर दिए गए