वो चैन कहाँ अपने घर का वो बात कहाँ अपने घर की प्यारा प्यारा घर अपना
वो राज कहाँ अपने घर का वो रात कहाँ अपनी घर की आँखों का तारा घर अपना
सुख चैन अगर दुनिया में है अपने ही घर में मिलता है सुख का सहारा घर अपना
दुख-दर्द की गर कोई दवा ही अपने ही घर की सिवा है दुख का मुदावा घर अपना
वो घर वाली सुंदर चतेरा घर की सेवा करने वाली दिल का दिलासा घर अपना
आराम हमें देने वाली आप मुसीबत भरने वाली जान से प्यारा घर अपना
आँखों के तारे लाडले घर के सब मिल कर घर सर पे उठाते दूधों नहाया घर अपना
हँसते-हँसाते रूठते मनते सुनते कहानी सोते-सुलाते बसा-बसाया घर अपना
हम पर जान छिड़कने वाला वो परवान चढ़ाने वाला पालने वाला घर अपना
वो बलवान बनाने वाला वो इंसान बनाने वाला ढालने वाला घर अपना
वो पाक हवा अपने घर की प्यार की जिला अपने घर की दिल में समाया घर अपना
ईसार-ए-वफ़ा अपने घर का वो दर्द दिया अपने घर की रूह पे छाया घर अपना
जड़ बुनियाद वतन की घर है वतन घरों का अपने घर है अपने घरों का घर अपना
अपने घर पे निसार वतन है और वतन के सदक़े घर है वतन का शैदा घर अपना
वतन की चाहत अपने घर से वतन की ताक़त अपने घर से वतन का प्यारा घर अपना
वतन की दौलत अपने घर से वतन की इज़्ज़त अपने घर से राज दुलारा घर अपना
नज़्म
प्यारा प्यारा घर अपना
अज़मतुल्लाह ख़ाँ